हिंसा पीड़ितों की पहचान के लिए दिल्ली सरकार चलाएगी स्पेशल ड्राइव
नई दिल्ली। दिल्ली सरकार उत्तर-पूर्वी दिल्ली के हिंसाग्रस्त इलाके में पीड़ितों की पहचान के लिए स्पेशल ड्राइव चलाएगी। सात आईएएस अधिकारियों के साथ पूरा सरकारी अमला घर-घर जाकर मुआवजे के लिए आए करीब 1,700 आवेदनों का सत्यापन करेगा। दो दिनों के भीतर इस काम को पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद दिल्ली सरकार पीड़ितों को मुआवजा देगी।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली सरकार को मुआवजे के लिए अब तक 1700 आवेदन मिले हैं। इसमें से कुछ डुप्लीकेट हैं। इसके लिए जमीनी स्तर पर प्रभावितों का सत्यापन करने का सरकार ने फैसला किया है। शनिवार और रविवार को सात आईएएस अधिकारियों के साथ सरकारी कर्मचारी घर-घर जाकर हिंसा में हुए नुकसान का पता लगाएंगे। इसके बाद पीड़ितों को मुआवजा दिया जाएगा।
सिसोदिया ने बताया कि जब तक लोग आकर बताते जाएंगे कि हमारे घर, दुकान की क्षति हुई है, तब तक मुआवजे की प्रक्रिया चलती रहेगी। उन्होंने बताया कि पूरा घर जलने की हालत में पांच लाख रुपये का मुआवजा मिलेगा। इसमें चार लाख ढांचे को दोबारा बनवाने के लिए व एक लाख रुपये घर के सामान की भरपाई के लिए दिया जाएगा। इसके अलावा बहुमंजिली इमारतों के हर फ्लोर के लिए मुआवजा मिलेगा।